मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मोबाइल पर हरकी पैड़ी को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है। जांच में सामने आया है कि हरिद्वार के एक होटल में काम करने वाला पौड़ी का एक युवक पहचान पत्र नहीं बनने के कारण कई साल से परेशान था।
रविवार शाम मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के मोबाइल पर अंजान नंबर से एक कॉल आई थी। कॉल करने वाले व्यक्ति ने हरकी पैड़ी को बम से उड़ाने की धमकी दे डाली। मुख्यमंत्री का मोबाइल उस समय प्रोटोकॉल अधिकारी आनंद रावत के हाथ में था। रावत की ओर से शहर कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस के निर्देश पर शहर कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी व सीआइयू प्रभारी राजीव चौहान की टीम इस मामले की छानबीन में जुट गई। पुलिस टीम ने एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की। युवक ने अपना नाम केशवानंद नौडियाल निवासी ग्राम आंताखोली, तहसील चाकीसैंण, पट्टा कंडारस्यू जिला पौड़ी गढ़वाल हाल निवासी एमटी कॉलोनी, प्रेमनगर देहरादून बताया। केशवानंद का कहना था कि कई साल से उसका पहचान पत्र और आधार कार्ड नहीं बन पाया है। ग्राम प्रधान सहित अन्य लोगों से विवाद होने के कारण दो साल से उसका पत्नी व तीन बच्चों से भी संपर्क नहीं हो सका है। बॉबी नामक दोस्त ने उसे इंटरनेट से मुख्यमंत्री का मोबाइल नंबर ढूंढकर दिया था। तब उसने मुख्यमंत्री के मोबाइल पर कॉल की। चूंकि धाराओं में सात साल से कम की सजा है, इसलिए पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के बजाए सीआरपीसी की धारा 141 के तहत नोटिस दिया।